एक्सीडेंट के बाद गाड़ी के चालक ने संवेदनहीनता की सारी हदें पार करते हुए नीलम को रोड पर ही तड़पता छोड़ दिया और अपना वाहन लेकर फरार हो गया।
उत्तराखंड के मैदानी जिलों में हर दिन हो रहे सड़क हादसों से कोहराम मचा है। ताजा मामला काशीपुर का है। जहां एक दर्दनाक सड़क हादसे में महिला कांस्टेबल की मौत हो गई। हादसे में जान गंवाने वाली महिला कांस्टेबल की पहचान नीलम रत्नाकर के रूप में हुई। नीलम 2006 बैच की कांस्टेबल थीं। अचानक हुए इस हादसे के बाद नीलम के परिवार में कोहराम मचा है। नीलम अपने पीछे 8 साल की बेटी को रोता-बिलखता छोड़ गई हैं। परिजन गहरे सदमे में हैं। हादसे के वक्त नीलम बाजपुर रोड स्थित आलू फार्म पर किसी वाहन से उतरकर सड़क पार कर रही थी, तभी सड़क पार करते समय अज्ञात वाहन ने नीलम को जोरदार टक्कर मार दी। घटना के बाद गाड़ी के चालक ने संवेदनहीनता की सारी हदें पार करते हुए नीलम को रोड पर ही तड़पता छोड़ दिया और अपना वाहन लेकर फरार हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और नीलम को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही नीलम की मौत हो चुकी थी। अस्पताल में डॉक्टरों ने नीलम को मृत घोषित कर दिया। नीलम की असामयिक मौत से पुलिस महकमे में शोक का माहौल है। नीलम रत्नाकर मूलरूप से अल्मोड़ा जिले के विवेकानंदपुरी की रहने वाली थीं। उनकी शादी 10 साल पहले यूपी के जिला मुरादाबाद में रहने वाले अधिवक्ता विश्वदीप सिंह के साथ हुई थी। 35 साल की नीलम काशीपुर कोतवाली में लगभग 9 महीने से कोर्ट पैरोकार के पद पर तैनात थी। बहरहाल पुलिस ने टक्कर मारने वाले वाहन चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। आरोपी की तलाश की जा रही है।