चमोली के छोटे से गांव की रहने वाली होनहार निधि अब भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर में वैज्ञानिक के तौर पर सेवाएं देंगी। आप भी उन्हें बधाई दें
मेहनत, लगन और हौसले के बूते हर मुश्किल के बीच राह बनाई जा सकती है। पहाड़ की होनहार बिटिया निधी सिरस्वाल ने इस बात को सच साबित कर दिखाया। उत्तराखंड के छोटे से गांव की रहने वाली 21 साल की निधि अब सबसे बड़े अनुसंधान केंद्रों में से एक भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर में वैज्ञानिक के तौर पर सेवाएं देंगी। निधी सिरस्वाल चमोली जिले के डूंगरी गांव की रहने वाली हैं। उनका वैज्ञानिक के पद पर चयन हुआ है। निधि सिरस्वाल ने बीते 24 सितंबर को वैज्ञानिक पद के लिए हुई लिखित परीक्षा में हिस्सा लिया था। 12 नवंबर को निधि को इंटरव्यू के लिए मुंबई के अणु शक्ति नगर में बुलाया गया। बीते दिनों परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ तो पास होने वालों में अपनी निधि का नाम भी था। उनकी इस उपलब्धि से पूरे क्षेत्र में जश्न का माहौल है। घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है।
निधि बचपन से ही मेधावी रही हैं। उन्होंने हाईस्कूल की परीक्षा में 90 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। इंटर की परीक्षा में वो 89 प्रतिशत, स्नातक की परीक्षा में 84 प्रतिशत और पीजी की परीक्षा में 80 फीसदी अंक लाने में सफल रहीं। निधि ने ग्रेजुएशन दिल्ली यूनिवर्सिटी के तेग बहादुर खालसा कॉलेज और पीजी हंसराज कॉलेज से किया है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और परिजनों को दिया। निधि कहती हैं कि परीक्षा की तैयारी के दौरान उन्हें जब भी परेशानी होती तो माता-पिता उनका हौसला बढ़ाते, उन्हें कुछ बेहतर करने के लिए प्रेरित करते, उन्हीं के सहयोग से निधि पहाड़ के छोटे से गांव से निकल कर भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर तक का सफर तय कर पाई हैं। राज्य समीक्षा टीम की ओर से निधि को शुभकामनाएं।